कर्म और धर्म के बीच समन्वय स्थापित कर चलने का संदेश देता है करमा पर्व: संतोष पांडेय

 

मेदिनीनगर: कर्म और धर्म के बीच समन्वय स्थापित कर चलने का संदेश देता है करमा पर्व।उक्त बातें अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ने कही।वे सदर प्रखंड के गणके में रविवार को कर्मा पूजा के अवसर पर एक समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह प्रकृति से जुड़ा हुआ पर्व है। लोग प्रकृति की पूजा कर अच्छे फसल की कामना करते हैं ।बहने अपने भाइयों के सुख समृद्धि के लिए कर्म देव की पूजा करती है। उन्होंने कहा कि कर्म और धर्म दो भाई थे जिन्होंने अपनी बहन की रक्षा के लिए जान को दाव पर लगा दिया था ।उन्होंने कहा कि जीवन को खुशहाल बनाने के लिए कर्म और धर्म दोनो की आवश्यकता होती हैं।जब तक दोनों का योग नही होता विकास नही हो सकता।यह त्यौहार हमें कई सिख देता है। हमें दूसरों को कैसे मदद करना चाहिए इससे प्रेरणा मिलता हैं इस मौके पर बीस सूत्री सदस्य प्रेम प्रकाश ठाकुर ने कहा कि कर्मा पर्ब से आपसी सौहार्द बढ़ता है ।इससे सामाजिक समरसता बढ़ता है। यह भाई बहन का अनूठा प्यार का त्यौहार है। बहन भाई की दीर्घायु होने की कामना करती है वहीं भाई बहन का रक्षा का संकल्प लेता है। कार्यक्रम में शामिल लोगो ने मांदर की थाप पर जमकर थिरके।मौके पर महिलाए व पुरुषों ने एक साथ कर्मा गीत गाकर व नृत्य कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।मौके बुधन उरांव, विनोद उरांव देवदत उरांव,छोटू उरांव, उदय नाथ उरांव, सोनी कुमारी, मालती कुमारी, संतोष प्रसाद, दीपक प्रसाद, ललित प्रजापति,करमी देवी,मनिया देवी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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